राजस्थान में कोरोना वायरस से लॉकडाउन के बीच राहत कार्यों में भेदभाव की शिकायतें आना जारी है। ताज़ा मामला चित्तौड़गढ़ का है, जहां बेगूं इलाक़े से कांग्रेस के विधायक राजेंद्र सिंह बिधूड़ी ने राहत सामग्री वितरण के कार्यक्रम में ग़रीबों से पूछा कि वो किसको पसंद करते हैं- अशोक गहलोत को या नरेंद्र मोदी को। इस पर एक बुजुर्ग महिला ने जवाब दिया नरेंद्र मोदी। इस पर विधायक जी भड़क गए और उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि उस महिला से राशन का सामान वापस ले लिया जाए। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें विधायक राजेंद्र सिंह बिधूड़ी को महिला को राशन छोड़कर जाने के लिए बोलते देखा जा सकता है। ये वीडियो आप इसी पेज पर नीचे देख सकते हैं। राजस्थान में लगातार ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि लॉकडाउन में राजनीतिक पसंद-नापसंद के हिसाब से लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। कई इलाकों में इसी कारण राहत सामग्री नहीं पहुंचाई गई है। यह भी पढ़ें: मास्क घोटाले वाली राजस्थान सरकार ने केंद्र से मांगे 1 लाख करोड़ रुपये
चालान पर IAS का ट्रांसफर कराया
कांग्रेस के ये विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेहद करीबी माने जाते हैं और इसी की धौंस वो समय-समय पर दिखाते रहते हैं। कुछ दिन पहले ही उन्होंने चित्तौड़गढ़ की एसडीएम तेजस्वी राणा का रातोंरात स्थानांतरण करा दिया था। ये मामला 14 अप्रैल का है जब एसडीएम तेजस्वी राणा ने बिधूड़ी की गाड़ी रोककर ड्राइवर से ड्राइविंग लाइसेंस माँग लिया था। ड्राइवर के पास लाइसेंस नहीं था, इसलिए उस पर जुर्माना लगा दिया गया। यह बात कांग्रेस विधायक को इतनी नागवार गुजरी कि उन्होंने महिला अधिकारी की ईमानदारी के बदले में उनको सबक़ सिखा दिया। तेजस्वी राणा वो IAS अधिकारी हैं जिन्होंने 2016 में सिविल सर्विसेज की परीक्षा में देश भर में 12वीं रैंक लाकर देशभर में सुर्खियां बटोरी थीं। यह स्थिति तब है जब राजस्थान देश में कोरोना वायरस से सबसे बुरी तरह जूझ रहे राज्यों में से एक है। यह भी पढ़ें: कोरोना जिहाद का रहस्य गहराया, देशभर में मिल रहे हैं चाइनीज मौलवी
पहले भी बदनाम रहे हैं राजेंद्र बिधूड़ी
बेगूं सीट से लगातार दूसरी बार कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने राजेंद्र सिंह बिधूड़ी अक्सर विवादों में रहते हैं। ये वही सज्जन हैं जिन्होंने राजस्थान में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद कहा था कि “हम जहां से जीते हैं वहां का विकास करेंगे, जहां से हारे हैं वहां विकास नहीं करेंगे। वहाँ के लोगों को ऐसे ही छोड़ देंगे। अभी अगले पांच साल चुनाव लड़ना भी नहीं है।” विवाद बढ़ने के बाद सफ़ाई देते हुए बिधूड़ी ने कहा था कि “मेरे नेता राहुल गांधी ने मुझे टिकट दिया है और किसी नेता का मुझ पर कोई अहसान नहीं है। न अशोक गहलोत का और न सचिन पायलट का।” चित्तौड़गढ़ के लोगों का कहना है कि विधायक जी शुरू से ही भेदभाव की नीति पर चल रहे हैं, उन गाँवों में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ है, जहां पर कांग्रेस को वोट नहीं मिले। हैरानी की बात यह है कि विधायक की हरकतों पर न तो राज्य कांग्रेस के बड़े नेता कुछ बोलते हैं और न ही राहुल गांधी जिनका नाम लेकर वो धौंस देने का काम करते हैं।
नीचे आप विधायक का वायरल वीडियो देख सकते हैं:
राजस्थान में बेगूँ के सम्मानीय विधायक हैं, नाम है राजेंद्र सिंह बिधूड़ी। राजस्थान में दूसरी बार विधायक बने हैं। राशन बांटते हुए पूछ रहे हे कि कौन अच्छा है? मोदी या @ashokgehlot51?
बुजुर्ग महिला उत्तर देती है: @narendramodi
तो मिला हुआ राशन छोड़कर जाने की कहते हैं।#COVID pic.twitter.com/HUuZvYA7Q9— The Goan Prof 🇮🇳 (@ProfYogendra) April 18, 2020
नीचे आप चित्तौड़गढ़ की एसडीएम तेजस्वी राणा की तस्वीर देख सकते हैं जिनका तबादला सिर्फ़ इसलिए कर दिया गया क्योंकि उन्होंने कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह बिधूड़ी की कार को रोककर ड्राइवर का चालान काटा था। ये गाड़ी लॉकडाउन में बिना पास के दौड़ रही थी।
(न्यूज़लूज़ टीम)