दिल्ली के ओखला इलाके में एक दिन पहले गिरफ्तार आतंकी मियाँ-बीवी के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। यह जानकारी सामने आई है कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन ISIS के ये आतंकी पति-पत्नी NDTV की पत्रकार निधि राजदान से ट्विटर के जरिए संपर्क में थे। पकड़े गए जहांजेब सामी और उसकी बीवी हिना बशीर बेग सोशल मीडिया पर बेहद सक्रिय थे। ट्विटर
और फेसबुक पर नकली नामों से अकाउंट बनाकर वो मुसलमानों को एकजुट करने की कोशिश में थे। ट्विटर पर ही उनकी बातचीत एनडीटीवी की पत्रकार निधि राजदान से भी होती थी। हालांकि ये बातचीत इमोजी की शक्ल में होती थी और क्या इसके पीछे कोई मतलब छिपा था, इस बारे में कोई सुराग नहीं मिले हैं। दोनों आतंकी कश्मीरी मूल के हैं और पत्रकार निधि राजदान भी कश्मीरी है। एनडीटीवी हमेशा से ही आतंकवादियों के समर्थन वाली रिपोर्टिंग के लिए जाना जाता रहा है। दिल्ली बीजेपी नेता कपिल मिश्रा आतंकी दंपति के साथ एनडीटीवी की पत्रकार के इस कनेक्शन की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए दी है।
एनडीटीवी की गतिविधियाँ संदिग्ध
यह पहली बार है जब किसी बड़े आतंकी और एनडीटीवी के किसी पत्रकार के बीच सीधे तौर पर संपर्क पाया गया है। हालाँकि अभी तक यह पुष्टि नहीं हो पाई है कि ये संपर्क सिर्फ़ सोशल मीडिया तक ही था या इससे अधिक भी कुछ था। एनडीटीवी पर अक्सर आरोप लगता रहा है कि वो अपनी कवरेज से आतंकियों की मदद करता है। ख़ास तौर पर कश्मीरी आतंकियों के लिए इस चैनल पर ख़ास सहानुभूति देखने को मिलती है। पठानकोट हमले के समय एनडीटीवी पर एयरबेस से जुड़ी बेहद संवेदनशील जानकारियाँ बताने का आरोप लगा था, जिससे आतंकियों को काफ़ी मदद भी मिली थी। इसके बाद केंद्र सरकार ने चैनल पर एक दिन के लिए रोक भी लगा दी थी। हालाँकि उससे चैनल के रुख़ पर कोई ख़ास असर नहीं पड़ा।
दिल्ली में आत्मघाती हमला होना था
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक़ ये आतंकी मियाँ-बीवी जल्द ही दिल्ली में ISIS की स्टाइल में आत्मघाती हमला कराने की तैयारी में थे। इसी सिलसिले में उनकी अलग-अलग संपर्कों से बात चल रही थी। यह भी पता चला है कि अफ़ग़ानिस्तान में ISIS की शाखा ISKP के साथ जुड़े हुए थे। अपने अफगानी हैंडलर्स से भी वो ट्विटर और फेसबुक पर ही संपर्क में थे। उनके पास से जब्त सामग्री से ऐसी जानकारी मिली हैं कि दोनों शाहीन बाग और दिल्ली के दूसरे इलाकों में चल रहे प्रदर्शनों में जाकर प्रदर्शनकारियों से कहते थे कि केंद्र की मोदी सरकार को हटाना जरूरी है। लड़के सामी ने पूछताछ में बताया कि उसका एक करीबी सहयोगी खत्ताब पहले ही ISIS से जुड़े एक मामले में पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है। वह अब्दुल्ला बासित के नाम से फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद है और उस पर मुकदमा चल रहा है।