पहले गायक अभिजीत, फिर सोनू निगम और अब शान? क्या कारण है कि बॉलीवुड में भरे जिहादियों के खिलाफ आवाज उठाने वालों में सिंगर सबसे आगे हैं? यह सवाल बहुत सारे लोगों के मन में पैदा हो रहा है। पिछले कुछ सालों में जिस तरह से बॉलीवुड को ‘ख़ानवुड’ बनाने की साजिश हुई और बाद में पाकिस्तानी कलाकारों को घुसाने का ट्रेंड शुरू हुआ उससे सबसे ज्यादा नुकसान फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हिंदुओं को उठाना पड़ा है। इस बारे में एक बड़े फिल्म निर्देशक की राय है कि ‘एक पूरी साजिश के तहत हिंदुओं को मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में दूसरे दर्जे का नागरिक बनाने की कोशिश हो रही है।’ उनका कहना था कि अगर शिवसेना और एमएनएस जैसे संगठन न होते तो ये काम अब तक पूरा भी हो चुका होता। हमने फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कई लोगों से जानने की कोशिश की कि आखिर क्या कारण है कि बड़े गायक ही जिहादी ट्रेंड के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं।
हिंदू गायकों से दोयम बर्ताव
अब तक कुमार शानू, उदित नारायण, अभिजीत, शान, सोनू निगम, सुखविंदर सिंह जैसे कई मशहूर गायक धीरे-धीरे साइडलाइन किए जा चुके हैं। इन्हें बड़ी फिल्मों में कोई गाना नहीं मिलता। शाहरुख, सलमान और आमिर खान इनका एक तरह से बायकॉट कर रहे हैं। कुछ छोटी-मोटी फिल्में मिल जाएं तो ठीक वरना इन्हें काम मिलना बंद है। जबकि ये सभी बेहतरीन गायक हैं और इनके गाने लगातार सुपरहिट होते रहे हैं। अरिजीत, मोहित चौहान और अंकित तिवारी अभी इस मैदान में टिके हुए हैं, लेकिन उनका भी धीरे-धीरे पत्ता कटना तय है। कुछ एक को डायरेक्टर या प्रोड्यूसर से पुराने संबंध के नाम पर एकाध गाना मिल जाए तो ठीक वरना बड़े गायकों को हटाकर उनकी जगह राहत अली, आतिफ असलम, शफकत अमानत अली और अली जाफर जैसे नाम घुसाए जाते रहे हैं। पिछले साल पुंछ में हुए हमले तक ये ट्रेंड बेरोकटोक जारी था।
अरिजीत को जलील किया!
अपनी बेहतरीन आवाज के लिए मशहूर गायक अरिजीत के साथ तो सलमान खान ने ऐसा बर्ताव किया जिसे भूला नहीं जा सकता। सलमान ने बिना किसी साफ वजह के उनका गाया गाना ‘जग घूमया’ को सुल्तान फिल्म से निकलवा दिया था और बाद में ये गाना राहत फतेह अली से गवाया। सलमान ने एक बेहद छोटी सी बात पर अरिजीत को न सिर्फ सार्वजनिक तौर पर जलील किया बल्कि उनके माफी मांगने के बाद भी उनको बैन कर दिया। अरिजीत के पास धीरे-धीरे गाने कम होते जा रहे हैं और उन्हें भी फिल्म इंडस्ट्री से बाहर करने की साजिश चल रही है। ज्यादातर गायकों को अपमान और बड़े कलाकारों के नखरे सहकर काम करना पड़ रहा है।
गायकों से ही बुरा सलूक क्यों?
हमने जिससे भी इस बारे में बात की, ज्यादातर का यही कहना था कि फिल्म इंडस्ट्री में गायकों का रुतबा हमेशा से बड़ा रहा है। इनकी हैसियत भी किसी सुपरस्टार से कम नहीं होती। गाने हिट होते हैं तो सीधा श्रेय गायक को मिलता है। यही कारण था कि मुस्लिम सुपरस्टार्स की आंखों में गायक खटकने लगे। एक फिल्म डायरेक्टर ने बताया कि दाऊद का दबाव एक सच्चाई है। पाकिस्तान से आकर बॉलीवुड में गाना गाने वाले ज्यादातर गायकों को दाऊद का आशीर्वाद मिला हुआ है। एक गायिका ने बताया कि महिला सिंगर्स की हालत तो और भी खराब है। उन्हें यूज़ एंड थ्रो की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। ज्यादातर को 2-4 फिल्म के बाद काम मिलना बंद हो जाता है। यही कारण है कि ज्यादातर सिंगर इस्लामीकरण से अंदर ही अंदर बेहद भड़के हुए हैं और रह-रहकर उनका गुस्सा फूटता रहा है। पढ़िए शान का वो ट्वीट जिसमें उन्होंने दबी जुबान में सोनू निगम का समर्थन किया है।
We understand the frustration and hopelessness that You feel.. bhai I can only urge and request you to stay and spread the Love @sonunigam
— Shaan (@singer_shaan) May 24, 2017